मॉस्फेट क्या है
MOSFET
MOSFET basically switching का काम करता है mosfet का पूरा नाम METEL OXIDE SEMICONDUCTOR FIELD EFFECT TRANSISTOR होता है semiconductor से बनाया जाता है इसमे भी ट्रांज़िस्टर की तरह तीन रीजन होते हैं लेकिन इसमें गेट में एक एक्स्ट्रा लेयर मेटल ऑक्साइड की होती है
इसमे तीन legs होते है मॉस्फेट वोल्टेज पर कार्य करता है जबकि ट्रांज़िस्टर करंट पर मॉस्फेट की switching स्पीड सबसे अधिक होती है इसका प्रयोग पावर सप्लाई सर्किट में किया जाता है इन्वर्टर में भी इसका प्रयोग किया जाता है इसके अलावा pwm (pulse width modulator) में भी किया जाता है इसमें तीन टर्मिनल होते है
1)source
2)drain
3)gate
ये दो तरह के होते है:-
1)n channel MOSFET (नेगेटिव चैनल मॉस्फेट)
इस मॉस्फेट का प्रयोग ज्यादातर किया जाता है सर्किट में इसके गेट में जब पॉजिटिव सप्लाई दी जाती है तब सोर्स पर रुक हुआ करंट आगे ड्रेन से बाहर निकल जाता है इसका सिंबल इस तरह का होता है
2)p channel MOSFET (पॉजिटिव चैनल मॉस्फेट)
इसका प्रयोग ज्यादा नही किया जाता क्योंकि इसके गेट पर नेगेटिव वोल्टेज देनी पड़ती है
इन दोनों मॉस्फेट का प्रयोग कंप्यूटर mothrlerboard और smps में किया जाता है
drain और source से होकर करंट तभी जाता है जब गेट को supply दी जाती है drain पर supply दी जाती है और source से प्राप्त की जाती है
8 pin package MOSFET:-इसमें 1-3 pin सोर्स के होते है और 4 pin गेट का होता है बाकि pin drain के होते है
4 pin package mosfet:-इसमें first pin gate का होता है और बाकि pins source के होते है
WORKING:-जब gate को 5 v का digital pulse मिलती है तब source और drain से होकर current जाती है
MOSFET basically switching का काम करता है mosfet का पूरा नाम METEL OXIDE SEMICONDUCTOR FIELD EFFECT TRANSISTOR होता है semiconductor से बनाया जाता है इसमे भी ट्रांज़िस्टर की तरह तीन रीजन होते हैं लेकिन इसमें गेट में एक एक्स्ट्रा लेयर मेटल ऑक्साइड की होती है
1)source
2)drain
3)gate
ये दो तरह के होते है:-
1)n channel MOSFET (नेगेटिव चैनल मॉस्फेट)
इस मॉस्फेट का प्रयोग ज्यादातर किया जाता है सर्किट में इसके गेट में जब पॉजिटिव सप्लाई दी जाती है तब सोर्स पर रुक हुआ करंट आगे ड्रेन से बाहर निकल जाता है इसका सिंबल इस तरह का होता है
2)p channel MOSFET (पॉजिटिव चैनल मॉस्फेट)
इसका प्रयोग ज्यादा नही किया जाता क्योंकि इसके गेट पर नेगेटिव वोल्टेज देनी पड़ती है
इन दोनों मॉस्फेट का प्रयोग कंप्यूटर mothrlerboard और smps में किया जाता है
drain और source से होकर करंट तभी जाता है जब गेट को supply दी जाती है drain पर supply दी जाती है और source से प्राप्त की जाती है
8 pin package MOSFET:-इसमें 1-3 pin सोर्स के होते है और 4 pin गेट का होता है बाकि pin drain के होते है
4 pin package mosfet:-इसमें first pin gate का होता है और बाकि pins source के होते है
WORKING:-जब gate को 5 v का digital pulse मिलती है तब source और drain से होकर current जाती है
I like it
ReplyDeleteBest information given u
ReplyDeletehttps://www.hindibest.tech/2021/07/03/mosfet-kya-hai-aur-kya-kam-karta-hai-what-is-mosfet/