SERIES AND PARRELAL CONNECTION IN HINDI
SERIES AND PARRELAL
SERIES
सीरीज को हिंदी में श्रेणिक्रम कहा जाता है इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रॉनिक सर्किटों में सीरीज कनेक्शन का प्रयोग किया जाता है घरो में त्योहारो दिपावली में लगने वाले झालरों में जो कनेक्शन होता है वो भी सीरीज में ही किया जाता है आजकल प्रयोग होने वाले led बल्ब में जो कनेक्शन होता है ये भी सिरीज़ में किया जाता है यदि सीरीज में लगा कोई भी एक बल्ब या सर्किट सीरीज में में लगा कोई कॉम्पोनेन्ट खराब हो जाये तो एक भी बल्ब या सीरीज सर्किट के बाकी सारे कॉम्पोनेन्ट काम नही करेंगे यह इसका सबसे बडी हानि है
सीरीज में यदि 2 या 2 से अधिक बल्ब लगे है तो हर एक बल्ब से धारा का मान एक समान होगा और हर एक बल्ब पर वोल्टेज अलग अलग होगी लेकिन करंट सबमे समान होगी हर एक बल्ब के बाद वोल्टेज कम होता है यदि वोल्टेज ड्राप होता है सीरीज कनेक्शन में धारा को हर बल्ब से होकर गुजरना पड़ता है इस कारण इनमे से कोई बल्ब खराब हो गया तो बाकी के बल्ब नही जलेंगे बल्ब एक तरह का प्रतिरोध होता है यदि सारे बल्ब के वोल्टेज ड्राप को मिला दे तो वो दी गयी कुल वोल्टेज के बराबर होगी
I = i1 = i2 = i3
V = V1+ VE+V3
PARRELLAL
पैरेलल को हिंदी में समांतर क्रम भी कहते है ये भी सभी इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट में प्रयोग किया जाता है घरो में जो वायरिंग की जाती है ये समांतर में की जाती है इलेक्ट्रॉनिक सर्किट में लगे कंपोनेंट्स को कही कही समांतर क्रम में लगे होते है यदि पैरेलल में कोई कॉम्पोनेन्ट या बल्ब या रेसिस्टर लगा है और उनमें से कोई एक खराब हो जाये तब भी बाकी सारे कंपोनेंट्स या बल्ब या रेसिस्टर काम करेंगे यह इनकी सबसे बड़ी खासियत है
यदि पैरेलल में चार बल्ब लगे है तो चारो बल्ब में समान वोल्टेज होगी लेकिन धारा का मान अलग अलग होगा इसमे वोल्टेज ड्राप नही होता हर एक बल्ब में लेकिन धारा हर बल्ब में बंटी होगी
V = V1 +V2+VE
I = I1 = I2 = I3
इसके अलावा सर्किट में दोनों का का उपयोग किया जाता है यानि सीरीज और पैरेलल इनको मेष MESH सर्किट भी कहा जाता है

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