ESC CONTROLLER IN HINDI
ELECTRONIC SPEED CONTROLLER
Bldc मोटर को चलाने के लिए इस तरह के कन्ट्रोलर की आवश्यकता होती है bldc मोटर का प्रयोग ड्रोन बनाने में किया जाता है bldc मोटर थ्री फेज सप्लाई से चलती है इसके लिए esc कन्ट्रोलर का प्रयोग किया जाता है
Esc के अंदर pwm कंट्रोलर सर्किट होता है जिसका काम अलग अलग पल्स को बनाकर bldc मोटर को भेजना होता है pwm सर्किट से इसकी स्पीड को कंट्रोल किया जाता है इसे इन्वर्टर सर्किट भी कह सकते है ये बैटरी से सिंग्लर फेज की सप्लाई को लेकर उसे मॉस्फेट के द्वारा ट्रिगर करके थ्री फेज की सप्लाई बनाकर bldc मोटर को भेजता है pwm सर्किट dc करंट को ट्रिगर करके ac करंट बना देता है इन मॉस्फेट को ट्रिगर करने का काम audriuno microcontroller से किया जाता है की कब किस मॉस्फेट को ट्रिगर करना है
Bldc मोटर को चलाने के लिए इस तरह के कन्ट्रोलर की आवश्यकता होती है bldc मोटर का प्रयोग ड्रोन बनाने में किया जाता है bldc मोटर थ्री फेज सप्लाई से चलती है इसके लिए esc कन्ट्रोलर का प्रयोग किया जाता है
Esc के अंदर pwm कंट्रोलर सर्किट होता है जिसका काम अलग अलग पल्स को बनाकर bldc मोटर को भेजना होता है pwm सर्किट से इसकी स्पीड को कंट्रोल किया जाता है इसे इन्वर्टर सर्किट भी कह सकते है ये बैटरी से सिंग्लर फेज की सप्लाई को लेकर उसे मॉस्फेट के द्वारा ट्रिगर करके थ्री फेज की सप्लाई बनाकर bldc मोटर को भेजता है pwm सर्किट dc करंट को ट्रिगर करके ac करंट बना देता है इन मॉस्फेट को ट्रिगर करने का काम audriuno microcontroller से किया जाता है की कब किस मॉस्फेट को ट्रिगर करना है
Esc में तीन pin होती है और bldc मोटर में जो तीन पिन होती है इन पिनो से इनको आपस मे जोड़ दिया जाता है और esc में बाकी बचे तीन पिन में से दो पिन लिपो बैटरी यानी लिथियम पॉलीमर बैटरी से कनेक्ट कर दिया जाता है
और बचा एक पिन जो सीधे microcontroller के पास चला जाता है इसे कंट्रोल पिन भी कहते है कुछ esc कंट्रोलर में इन कंट्रोलर पिन से एक सप्लाई सर्वो मोटर को दी जाती है
ये bldc मोटर नार्मल कंडीशन में जितनी amps की करंट लेती है उससे अधिक amp की esc कंट्रोलर सर्किट का प्रयोग करना चाहिए
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