SINGLE PHASE INDUCTION MOTOR TYPES
SINGLE PHASE INDUCTION MOTOR
TYPES
1) split phase induction motor:-
इसमें दो वाइंडिंग होती है 1st main winding and 2nd starting winding split phase induction motor मे जब पहले main वाइंडिंग को पॉवर दी जाती है तो दो पोल बन जाता है लेकिन मोटर घूम नही पता इसलिए मोटर को थोडा घुमाना पड़ता है इस कारण इसमें स्टार्टिंग वाइंडिंग लगा होता है इसमें एक ही फेज होता है लेकिन इस फेज को दो पार्ट में स्प्लिट कर दिया जाता है जिससे दो फेज बन जाते है रनिंग वाइंडिंग और main winding के बीच switch लगा होता है इसे सेन्ट्रीफ्यूगल स्विच कहते हैं जब मोटर स्पीड पकड़ लेता है तो centrifugal switch बंद हो जाता है starting winding को auxiliary winding भी बोलते है
2)capacitor start induction motor:-
इसमें starting winding के साथ कपसीटर लगा होता है इसका काम मोटर की phase shifting का होता है motor को torque देता है ये series में connect होता है इसमें भी centrifugal switch लगा होता ह इसमें एक capacitorलगा होता है इसका use current को जमा कर के एक साथ देना होता है जिससे स्टार्टिंग बहुत बढ़िया मिलती है
3)capacitor start capacitor run induction:-
इसमें दो capacitor होते है क्योंकि जब motor को स्टार्ट मिल जाता है तो पहले वाला capacitor disconnect हो जाता है लेकिन दूसरा वाला मौजूद रहा है इसका काम तब पड़ता है जब मोटर पे load पड़ता है तब ये capacitor इसको power देता है
(two value capacitor method)
4)permanent split capacitor motor:-
इसमें एक capacitorही लगा होता है जो start and runningदोनों का काम करता है ये noise free होता है इसमें कोई स्विच नही होता है इसका tork बहुत बढ़ीया मिलेगा
5) SHADED POLE INDUCTION MOTOR
इसमें कोई कैपेसिटर नही लगा होता हैं इसमे shaded coil और un shaded coil लगी होती है ये शेडेड coil आपस मे सॉर्ट होती है जब un shaded coil में सप्लाई दी जाती है तब शेडेड coil में भी करंट बहने लगता है फ्लक्स के कारण लेकिन शेडेड coil में बहने वाले करंट और un shaded में बहने वाले करंट में अंतर होता है यानी लग होता है जिसके कारण रोटर घूमने लगता है इसका पावर फैक्टर अच्छा नही होता
TYPES
1) split phase induction motor:-
इसमें दो वाइंडिंग होती है 1st main winding and 2nd starting winding split phase induction motor मे जब पहले main वाइंडिंग को पॉवर दी जाती है तो दो पोल बन जाता है लेकिन मोटर घूम नही पता इसलिए मोटर को थोडा घुमाना पड़ता है इस कारण इसमें स्टार्टिंग वाइंडिंग लगा होता है इसमें एक ही फेज होता है लेकिन इस फेज को दो पार्ट में स्प्लिट कर दिया जाता है जिससे दो फेज बन जाते है रनिंग वाइंडिंग और main winding के बीच switch लगा होता है इसे सेन्ट्रीफ्यूगल स्विच कहते हैं जब मोटर स्पीड पकड़ लेता है तो centrifugal switch बंद हो जाता है starting winding को auxiliary winding भी बोलते है
2)capacitor start induction motor:-
इसमें starting winding के साथ कपसीटर लगा होता है इसका काम मोटर की phase shifting का होता है motor को torque देता है ये series में connect होता है इसमें भी centrifugal switch लगा होता ह इसमें एक capacitorलगा होता है इसका use current को जमा कर के एक साथ देना होता है जिससे स्टार्टिंग बहुत बढ़िया मिलती है
3)capacitor start capacitor run induction:-
इसमें दो capacitor होते है क्योंकि जब motor को स्टार्ट मिल जाता है तो पहले वाला capacitor disconnect हो जाता है लेकिन दूसरा वाला मौजूद रहा है इसका काम तब पड़ता है जब मोटर पे load पड़ता है तब ये capacitor इसको power देता है
(two value capacitor method)
4)permanent split capacitor motor:-
इसमें एक capacitorही लगा होता है जो start and runningदोनों का काम करता है ये noise free होता है इसमें कोई स्विच नही होता है इसका tork बहुत बढ़ीया मिलेगा
5) SHADED POLE INDUCTION MOTOR
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