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Showing posts from 2018

SMALL SIGNAL DIODE IN HINDI

SMALL SIGNAL DIODE इसे point contact diode or glass passivated diode भी कहते है ये एक नॉन लीनियर सेमीकंडक्टर डिवाइस है जिसका प्रयोग इलेक्ट्रॉनिक सर्किट में किया जाता है जहाँ लो करंट और हाई फ्रीक्वेंसी होती है जैसे रेडियो टेलीविजन और डिजिटल लॉजिक सर्किट में इसका प्रयोग किया जाता है ये साइज में बहुत छोटे होते है सिग्नल डायोड में pn जंक्शन को छोटे ग्लास ट्यूब के अंदर रखा जाता है pn जंक्शन को बचाने के लिए इसकी बॉडी में लाल या काले रंग की पट्टी बनी होती है जिससे यह पता चलता है कि कौन सा सिरा कैथोड का है ज्यादातर 1N4148 OR 1N914 नंबर का स्माल सिग्नल डायोड प्रयोग किये जाते हैं इसका करंट और पावर रेटिंग बहुत कम होता है 150ma और 500w होता है ये हाई फ्रीक्वेंसी पर काफी अच्छी तरह से कार्य करते हैं ये दो प्रकार की होती है 1) SILICON SIGNAL DIODE 2) GERMANIUM SIGNAL DIODE SILICON SIGNAL DIODE इसका रिवर्स रेसिस्टेंस काफी अधिक होता है और फॉरवर्ड वोल्टेज ड्राप लगभग 0.6 से 0.7 जंक्शन के बीच होता है इसका फॉरवर्ड रेसिस्टेंस का वैल्यू बहुत कम होता है GERMANIUM SIGNAL DIODE इसका रिवर्स र...

MOV VARISTOR IN HINDI

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MOV (METEP OXIDE VARISTOR) इसका पूरा नाम मेटल ऑक्साइड वैरिस्टर होता है इसे वोल्टेज डिपेंडेंट रेसिस्टर भी कहते है इसका काम किसी भी सर्किट में लोड को प्रोटेक्ट करना होता है लोड को अधिक वोल्टेज आने पर खराब होने से बचना है  इसे लोड के पैरलल में लगाया जाता है ये वोल्टेज के अनुसार आते है जैसे किसी सर्किट में 220 वोल्ट लोड को दी जानी है तो 220 volt की mov लगाते है जब 220v से अधिक वोल्टेज सर्किट में आती है तब mov क्लिप हो जाता है यानी mov 221 बोल्ट या इससे अधिक होने पर ऑन हो जाता है और इसका रेसिस्टेंस बहुत कम हो जाता है जिससे एक्स्ट्रा करंट mov से होते हुए नुइट्रल में चली जाती है और लोड सुरक्षित रहती है जब 220v फ्लो होती रहती है तब तक इसका रेसिस्टेंस बहुत अधिक रहता है लेकिन जैसे ही इसका वोल्ट 220v से अधिक होता है इसका रेसिस्टेंस कम हो जाता है इसके ऑन होते ही बहुत ज्यादा करंट सर्किट में बहने लगता है इसलिए फेज लाइन में एक फ्यूज का प्रयोग करना चाहिए

SUPER BARRIER DIODE IN HINDI

SUPER BARRIER DIODE ये एक रेक्टिफायर डायोड ही होता है जिसमे लो फॉरवर्ड वोल्टेज ड्राप होता है इसमे surge से बचने के छमता होती है इसमे रिवर्स लीकेज करंट भी कम होता है नार्मल pn जंक्शन की अपेक्षा इसे हाई पावर और फ़ास्ट स्विचिंग के लिए डिज़ाइन किया जाता है और लो लॉस एप्लीकेशन में इसका प्रयोग किया जाता है सुपर बैरियर डायोड एक नए जमाने का रेक्टिफायर डायोड है जिसमे लो फोरवर्ड वोल्टेज ड्राप होता है schottly डायोड की अपेक्षा

SHOCKLEY DIODE IN HINDI

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SHOCKLEY DIODE इस pnpn जंक्शन डायोड भी कहा जाता है ये पहला चार लेयर वाला जंक्शन डायोड था  इसका प्रयोग अब नही किया जाता ये scr thyristor के समान होता है केवल अंतर इतना होता है कि इसमें कोई गेट नही होता है ये बिना गेट वाला thyristor होता है इसमे गेट डिसकनेक्ट होता है इसे ट्रिगर करने के लिए कोई गेट नही होता है इसमे करंट को कंडक्ट करने का काम इसे चालू करने के लिए फोरवर्ड वोल्टेज देना होता है

STEP RECOVERY DIODE IN HINDI

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STEP RECOVERY DIODE स्टेप रिकवरी डायोड एक सेमीकंडक्टर जंक्शन डायोड है जिसका काम बहुत छोटे छोटे पल्स को बनाना होता है ये बहुत अच्छे पल्स बनाता है इसकी स्विटचिंग फ्रीक्वेंसी अधिक होती है ये पल्स लगभग 10 ghz तक जा सकते है इसे snap off diode or charge storage diode or memory varactor भी कहते है इसका प्रयोग माइक्रोवेव में पल्स जनरेटिंग के लिए किया जाता है और इसका उपयोग parametric amplifier में किया जाता है 

CONSTANT CURRENT DIODE IN HINDI

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CONSTANT CURRENT DIODE इसे CONSTANT CURRENT DIODE या CURRENT LIMITING DIODE भी कहते है ये दिखने में ट्रांससिस्टर के जैसा होता है इसके अंदर एक jfet ट्रांससिस्टर ही होता है लेकिन इसके बेस को कलेक्टर के साथ सॉर्ट कर दिया जाता है  जब किसी सर्किट में हमे करंट का आउटपुट constant यानी एक समान रखना होता है तब इस डायोड का प्रयोग किया जाता है यह फॉरवर्ड बायस में काम करता है डायोड वोल्टेज को रेगुलेट करता है किसी एक विशेष करंट पर इसमे वोल्टेज की सीमा लगबग 1.5 से 6v  तक होती है ये करंट को रेगुलेट करता है इस कारण इसे करंट रेगुलेटर भी कहते हैं

TRANSIENT VOLTAGE SUPPRESSION DIODE IN HINDI

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TRANSIENT VOLTAGE SUPPRESSION DIODE ये एक सर्किट प्रोटेक्टिंग कॉम्पोनेन्ट है जो दो जेनर डायोड से  मिलकर बना होता है ये सर्किट में आने वाले एक्स्ट्रा वोल्टेज से प्रोटेक्शन करता है जैसे ही एक्स्ट्रा वोल्टेज सर्किट में आती है ये ट्रिगर हो जाता है यानी ये रिवर्स बायस से फॉरवर्ड बायस बन जाता है इसको सर्किट में पैरेलेल लगाया जाता है ये मुख्य रूप से ac सर्किट में प्रयोग किये जाते है क्योंकि ac में पोलेरीटी हमेसा चेंज होती रहती है कभी पॉजिटिव तो कभी नेगेटिव

IR DIODE IN HINDI

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IR DIODE (INFRARED DIODE) इसका पूरा नाम इंफ्रारेड डायोड है ये एक led डायोड ही होता है लेकिन इसमें फर्क केवल इतना होता है कि इस led से इंफ्रारेड रोशनी निकलती है जो हमे दिखाई नही देती है इसे देखने के लिए किसी भी तरह के कैमरे का प्रयोग किया जा सकता है इसका प्रयोग इंफ्रारेड cctv कैमरा में किया जाता है  यदि रात में कोई इस कैमरे के  सामने होगा तो उसे वो लाइट दिखाई नही देगी लेकिन सीसीटीवी का कैमरा उस लाइट में मौजूद किसी भी तरह के व्यक्ति को पहचान सकता है audriuno में भी इसका प्रयोग किया जाता है इसे अधिकतर photodiode के साथ किया जाता है किसी ऑब्जेक्ट यानी वस्तु को पहचानने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है इसे किसी रोबोट कार में फिट कर दिया जाता है जब ये रोबोट कार चलती है और इसके सामने कोई दीवार आ जाती है तब ये पता कर लेती है कि आगे कुछ वस्तु है tv के रिमोट में भी ir led लगा होता है और आपके tv में ir रिसीवर लगा होता है

SCHOTTKY DIODE IN HINDI

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SCHOTTKY DIODE इसे SCHOTTKY CARRIER DIODE OR HOT CARRIER DIODE भी कहते है इसका प्रयोग हाई स्विचिंग वाली जगह पर किया जाता है नार्मल PN junction diode की अपेक्षा इसकी स्विचिंग स्पीड बहुत अधिक होती है डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक में इसका प्रयोग किया जाता है इसमे केवल एक P रीजन होता है और इस रीजन के ऊपर मेटल की लेयर होती है ये लेयर सिल्वर गोल्ड या प्लैटिनम धातु की हो सकती है WORKING नार्मल PN JUNCTION डायोड हाई फ्रीक्वेंसी पर ठीक तरह से काम नही करते खराब हो सकते है और ac rectify आऊटपुट भी हाई फ्रीक्वेंसी में सही नही होता उसमे नेगेटिव पल्स भी आ जाते है जिससे बचने के लिए SCHOTTKY DIODE का प्रयोग किया जाता हैं  इसमे किसी भी तरह का जंक्शन नही होता है नार्मल डायोड में p और n रीजन होते है p में मेजोरिटी कैरियर चार्ज होल्स और माइनॉरिटी चार्ज कैरियर फ्री इलेक्ट्रान होते है इसी तरह n जंक्शन में ठीक इसका उल्टा होता है इसमे मेजोरिटी चार्ज फ्री इलेक्ट्रान और माइनॉरिटी चार्ज होल्स होते है जब इन डायोड को ac सोर्स के साथ में जोड़ा जाता है ac का जब पॉजिटिव साईकल होता है तब p के ...

PHOTODIODE IN HINDI

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PHOTODIODE इसका प्रयोग प्रकाश की ऊर्जा का इलेक्ट्रिकल एनर्जी में बदलना होता है ये एक छोटे सोलर सेल की तरह होता है छोटे इलेक्ट्रॉनिक सर्किट में इसका प्रयोग ट्रांजिस्टर के गेट को ट्रिगर करने में किया जाता है और इसका प्रयोग फ़ोटो डिटेक्टर सेंसर के तौर पर भी किया जाता है ये ldr के ठीक विपरीत होता है ये अर्धचालक से बने होते है जैसे सिलिकॉन और जेर्मेनियम इससे बहुत कम मात्रा में करंट बनता है जब प्रकाश इसके depliciation रीजन में प्रकाश के photons इसमे पड़ते है तब depliciation रीजन में मौजूद एटम्स में से इलेक्ट्रॉन्स को एनर्जी मिल जाती है जिसके कारण एटम से जुड़े इलेक्ट्रान इसमे से अलग हो जाते है इन इलेक्ट्रान हो होल्स अपनी तरफ खींच लेते है इस प्रकार करंट फ्लो होने लगता है इसका प्रयोग इंडस्ट्री में किया जाता है समान को काउंट करने के लिए 

OPTOCOUPLER IN HINDI

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OPTOCOUPLER ऑप्टोकपलर एक led डायोड और ट्रांजिस्टर का मिला जुला रूप है ये एक ic होती है इसका प्रयोग हाई करंट स्विचिंग के लिए किया जाता है इसमे कुल चार पिन होती है जिसमे 2 पिन ट्रांजिस्टर के होते है और दो पिन डायोड के होते है WORKING ट्रांज़िस्टर को सर्किट से कनेक्ट कर दिया जाता है और इस ट्रांसिस्टर के गेट को ऑन करने का काम इसके अंदर लगे डायोड के द्वारा होता है जब डायोड जलती है तब उसके प्रकाश से ट्रांज़िस्टर के गेट को ऑन कर देती है गेट कुछ कुछ ldr की तरह का होता है 

CORONA EFFECT IN HINDI

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CORONA EFFECT कोरोना इफ़ेक्ट एक ऐसा इफ़ेक्ट है जिसमे किसी इलेक्ट्रिकल कंडुक्टर में बहने वाले हाई करंट के कारण उस conductor के चारों तरफ मौजूद एयर का ionization यानी आयनीकरण हो जाता है जिससे एक चमकीली बैंगनी voilet कलर की रोशनी निकलती है इसके साथ ही हिसिंग की आवाज आती है हाई टेंशन टावर में लगने वाले हाई वोल्टेज conductor wires में ये इफ़ेक्ट पैदा होता है हम जानते है कि जब किसी conductor में voltage दी जाती है तब उस कंडुक्टर के चारो तरफ भी एक पोटेंशियल यानी वोल्टेज बन जाता है कंडुक्टर के सबसे नजदीक सबसे अधिक और उससे थोड़ी दूर पर वोल्टेज सबसे कम होता है इसे ही पोटेंशियल gradient कहते है इसके कारण एयर यानी ऑक्सीजन के एटम O2 बदलकर O3 हो जाता है किसी भी मटेरिअल या मीडियम का कंडक्टर में बदल जाना किसी वोल्टेज सोर्स के कारण होता है ये उसका breakedown वोल्टेज कहलाता है यानी जिस पॉइंट पर किसी मीडियम जैसे एयर का जिस पॉइंट के बाद जैसे एयर कंडक्टर में बदल जाता है ये उसका breakdown कहलाता है 30kv per सेंटीमीटर एयर का डाईलेक्ट्रिक srength होता है यानी 30kv के बाद एयर का ionization हो जाता है इस ब...

SEMICONDUCTOR DOPING IN HINDI

DOPING डोपिंग एक ऐसी विधि है जिसके द्वारा किसी सेमीकंडक्टर मेटल जैसे सिलिकॉन जेर्मेनियम जैसे तत्व में कुछ ऐसे असुद्धधीयो (impurities) मिला देना जिससे उसके संरचनात्मक गुणो में परिवर्तन आ जाता है इसे ही डोपिंग कहते है doping से किसी भी सेमीकंडक्टर में चार्ज पार्टिकल की संख्या को बढ़ाया जा सकता है डोपिंग का एक और अर्थ है कभी कभी खिलाड़ियों के द्वारा कुछ ऐसी दवाओं का प्रयोग करते है जिससे उनकी छमता बढ़ जाती है ठीक इसी प्रकार सेमीकंडक्टर मटेरियल में कुछ ऐसी तत्वों को मिला दिया जाता है जिससे उनके गुणों में परिवर्तन आ जाता है तो उसे डोपिंग कहते हैं Impurities को मिलाने की अलग अलग विधि हो सकती है जैसे मेटल्स को पिघलाकर में इम्प्यूरिटीस मिला दी जाती है इसको मिलाने के लिए कितनी ग्राम या कितनी मात्रा में इन इम्प्यूरिटीस को डालना है इसके लिए Avogadro संख्या का प्रयोग किया जाता है डोपिंग करते वक़्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हम जो इम्प्यूरिटीस इसमे मिला रहे है उसकी मात्रा कितनी होगी तभी डोपिंग की प्रक्रिया सही से हो पाएगी डोपिंग से हमे दो तरह के मटेरियल प्राप्त होते है एक फ्री इलेक्ट्रान और ...

SCR IN HINDI

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SCR (SILICON CONTROL RECTIFIER) इसका पूरा नाम सिलिकॉन कंट्रोल रेक्टिफायर है इसमे तीन टर्मिनस होते है एनोड कैथोड और गेट (ANODE,CATHODE AND GATE) इसका प्रयोग इंडस्ट्रीज में किया जाता है scr हाई करंट और वोल्टेज पर काम करता है इस कारण इसका प्रयोग इंडस्ट्रीज में किया जाता है यह लगभग 30 से 100 एम्पेयर करंट पर काम कर सकता है और लगभग2 2kv तक के वोल्टेज को संभाल सकता है ये चार लेयर layer से मिलकर बना होता है PNPN इस प्रकार इसमे 3 जंक्शन होते है यानी ये तीन डायोड से मिलकर बना होता है इसमे एनोड में सप्लाई दी जाती है और कैथोड से सप्लाई को प्राप्त किया जाता है और इसको ट्रिगर करने का काम गेट की सहायता से किया जाता है गेट को लो वोल्टेज की clock पल्स देने पर सप्लाई एनोड से कैथोड में चली जाती है एक बार ट्रिगर हो जाने के बाद गेट से इसे कंट्रोल नही किया जा सकता है यानी गेट से इसे बंद या चालू नही किया जा सकता इसे बंद करने के लिए या तो आने वाली सप्लाई को बंद कर दे या उस इनपुट सप्लाई को ग्राउंड कर दे या इनपुट सप्लाई से समान polarity को अप्लाई किया जाए इसका प्रयोग ac और dc दोनो तरह की मोटरों की स्पी...

PELTIER MODULE IN HINDI

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PELTIER MODULE इसमे दो सतह होती है जिसमे और इसमें से दो वायर निकलते है एक लाल और एक काले कलर की जब इन वायर में किसी बैटरी या किसी dc पावर सप्लाई से करंट दी जाती है तब इसकी एक सतह गर्म और एक सतह ठण्डी हो जाती है इसका प्रयोग भविष्य में अनेक नए उपकरण के निर्माण में किया जा रहा है आजकल इसी तरह की मॉड्यूल का प्रयोग करके कम पावर पर चलने वाले फ्रीज एवं एयर कंडीशनर का निर्माण किया गया है  कार्यविधि (WORKING) हमने अपने स्कूल की किताबो में सिबेक प्रभाव के बारे में पढ़ा होगा जिसमें दो अलग अलग धातुओं के वायर को आपस मे जोड़ दिया जाता है और इनके जोड़े में वोल्टमीटर लगाते है जब इनमे से एक वायर को गर्म और एक वायर को ठंडा किया जाता है तब करंट बनता है जो वोल्टमीटर में दिखाई देती है पीरियॉडिक टेबल में इन मेटल की दूरी जितनी अधिक होगी उतना ही अधिक करंट इसमे बनेगा Peltier भी इसी सिद्धांत पर कार्य करता है इसमें दो तरह के  p और n टाइप सेमीकंडक्टर मटेरियल का प्रयोग किया जाता है इन p टाइप और n टाइप सेमीकंडक्टर में डोपिंग की जाती है p में होल्स की संख्या अधिक और फ्री इले...

IGBT IN HINDI

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IGBT (INSULATED GATE BIPOLAR JUNCTION TRANSISTOR) इसका पूरा नाम इंसुलेटेड गेट बाइपोलर जंक्शन ट्रांजिस्टर है ये ट्रांज़िस्टर और मॉस्फेट का मिला जुला रूप है इसमें तीन टर्मिनल होते है एमिटर (EMMITER), गेट (GATE) , कलेक्टर (COLLECTOR) इसका symbol इस तरह का होता है इसमे से एमिटर और कलेक्टर ट्रांज़िस्टर के नाम से है और गेट मॉस्फेट से लिया गया है इसकी खासियत होती है कि यह 1kv वोल्टेज पर भी काम करता है और 500 से 100 amps करंट को झेल सकता है लेकिन इसकी स्विचिंग स्पीड मध्यम होती है translator की स्विचिंग स्पीड कम होती है मॉस्फेट की स्विचिंग स्पीड सबसे अधिक होती है igbt वोल्टेज को कंट्रोल करता है जबकि ट्रांज़िस्टर करंट को और मॉस्फेट वोल्टेज को कंट्रोल करता है इसका प्रयोग वहाँ किया जाता है जहाँ हैवी लोड वाले उपकरण लगे होते है जैसे genrator , lift , smps ,vfd , traction motor control और घरो में उपयोग हिने वाले इंडक्शन कुकर में इसका प्रयोग किया जाता है ये ट्रांज़िस्टर और मॉस्फेट से महँगा होता है गेट पर जैसे जैसे करंट बढ़ाया जाता है वैसे ही आउटपुट वोल्टेज बढ़ता जाता है लेकिन ये एक ...

THERMISTOR IN HINDI

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THERMISTOR ये एक तरह का रेसिस्टर होता है जो तापमान पर निर्भर करता है कि इसका रेजिस्टेंस कितना होगा thermistor का तापमान बढ़ने या घटने से इसका रेजिस्टेंस घटता या बढ़ता है इसे हमेसा सीरीज यानी श्रेणीक्रम में लगाया जाता है इसका प्रयोग tv एयर कंडीशनर फ्रीजर आदि अनेक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में किया जाता है इसका सिंबल कुछ इस प्रकार का होता है ये दो तरह के होते है (TYPES OF THERMISTOR) 1)PTC THERMISTOR 2)NTC THERMISTOR PTC THERMISTOR (POSITIVE TEMPERATURE COEFFICIENT) Ptc थेरमिस्टर का तापमान बढ़ने से इसका रेजिस्टेंस घटता है इसका प्रयोग ज्यादातर नही किया जाता है इन सेंसर के द्वारा -55 से 200 डिग्री सेल्शियस तापमान वाले सर्किट में किया जाता है इसका ग्राफ कुछ इस प्रकार का होता है NTC THERMISTOR (NEGETIVE TEMPRETUTEM COEFFICIENT) Ntc थेरमिस्टर का तापमान बढ़ने से इसका रेजिस्टेंस बढ़ता है डिजिटल थर्मामीटर में इसका उपयोग किया जाता है इनको मेटल के ऑक्साइड से बनाया जाता है इसका ग्राफ कुछ इस प्रकार का होता है

ESC CONTROLLER IN HINDI

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ELECTRONIC SPEED CONTROLLER Bldc मोटर को चलाने के लिए इस तरह के कन्ट्रोलर की आवश्यकता होती है bldc मोटर का प्रयोग ड्रोन बनाने में किया जाता है bldc मोटर थ्री फेज सप्लाई से चलती है इसके लिए esc कन्ट्रोलर का प्रयोग किया जाता है Esc के अंदर pwm कंट्रोलर सर्किट होता है जिसका काम अलग अलग पल्स को बनाकर bldc मोटर को भेजना होता है pwm सर्किट से इसकी स्पीड को कंट्रोल किया जाता है इसे इन्वर्टर सर्किट भी कह सकते है ये बैटरी से सिंग्लर फेज की सप्लाई को लेकर उसे मॉस्फेट के द्वारा ट्रिगर करके थ्री फेज की सप्लाई बनाकर bldc मोटर को भेजता है pwm सर्किट dc करंट को ट्रिगर करके ac करंट बना देता है इन मॉस्फेट को ट्रिगर करने का काम audriuno microcontroller से किया जाता है की कब किस मॉस्फेट को ट्रिगर करना है Esc में तीन pin होती है और bldc मोटर में जो तीन पिन होती है इन पिनो से इनको आपस मे जोड़ दिया जाता है और esc में बाकी बचे तीन पिन में से दो पिन लिपो बैटरी यानी लिथियम पॉलीमर बैटरी से कनेक्ट कर दिया जाता है  और बचा एक पिन जो सीधे microcontroller के पास चला जाता है इस...