MOV VARISTOR IN HINDI
MOV (METEP OXIDE VARISTOR)
इसका पूरा नाम मेटल ऑक्साइड वैरिस्टर होता है इसे वोल्टेज डिपेंडेंट रेसिस्टर भी कहते है इसका काम किसी भी सर्किट में लोड को प्रोटेक्ट करना होता है लोड को अधिक वोल्टेज आने पर खराब होने से बचना है
इसे लोड के पैरलल में लगाया जाता है ये वोल्टेज के अनुसार आते है जैसे किसी सर्किट में 220 वोल्ट लोड को दी जानी है तो 220 volt की mov लगाते है जब 220v से अधिक वोल्टेज सर्किट में आती है तब mov क्लिप हो जाता है यानी mov 221 बोल्ट या इससे अधिक होने पर ऑन हो जाता है और इसका रेसिस्टेंस बहुत कम हो जाता है जिससे एक्स्ट्रा करंट mov से होते हुए नुइट्रल में चली जाती है और लोड सुरक्षित रहती है
जब 220v फ्लो होती रहती है तब तक इसका रेसिस्टेंस बहुत अधिक रहता है लेकिन जैसे ही इसका वोल्ट 220v से अधिक होता है इसका रेसिस्टेंस कम हो जाता है इसके ऑन होते ही बहुत ज्यादा करंट सर्किट में बहने लगता है इसलिए फेज लाइन में एक फ्यूज का प्रयोग करना चाहिए
इसका पूरा नाम मेटल ऑक्साइड वैरिस्टर होता है इसे वोल्टेज डिपेंडेंट रेसिस्टर भी कहते है इसका काम किसी भी सर्किट में लोड को प्रोटेक्ट करना होता है लोड को अधिक वोल्टेज आने पर खराब होने से बचना है
इसे लोड के पैरलल में लगाया जाता है ये वोल्टेज के अनुसार आते है जैसे किसी सर्किट में 220 वोल्ट लोड को दी जानी है तो 220 volt की mov लगाते है जब 220v से अधिक वोल्टेज सर्किट में आती है तब mov क्लिप हो जाता है यानी mov 221 बोल्ट या इससे अधिक होने पर ऑन हो जाता है और इसका रेसिस्टेंस बहुत कम हो जाता है जिससे एक्स्ट्रा करंट mov से होते हुए नुइट्रल में चली जाती है और लोड सुरक्षित रहती है
जब 220v फ्लो होती रहती है तब तक इसका रेसिस्टेंस बहुत अधिक रहता है लेकिन जैसे ही इसका वोल्ट 220v से अधिक होता है इसका रेसिस्टेंस कम हो जाता है इसके ऑन होते ही बहुत ज्यादा करंट सर्किट में बहने लगता है इसलिए फेज लाइन में एक फ्यूज का प्रयोग करना चाहिए
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